मेरे यार की मौत


एक कोने से मेरे यार की 
मौत की खबर आयी है!




मैं नशे में धुत्त,
नीली रौशनी में,
बुझती आँखों से 


ये देख रहा हूँ,
एक कोने से मेरे यार की 
मौत की खबर आयी है!

अवाक, स्थिर, खाली मन
जून की दोपहर सी जलती छाती,
खुद पे आते रोष के साथ
मै उससे यह कह रहा हूँ,

तेरी सारी बातें लेकर
मै पहुँचूँगा तुझ तक
फिर पूरे करेंगे कुछ किस्से
और साथ हसेंगे निकाल कर
ये जो ज़िंदगी के चेहरे पर मुखौटा है,

उस दिन एक कोने से ख़बर आएगी,
असहाय, असंतृप्त और अधूरा
अंत ऐसा ही होता है |



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